अंग्रेजी दवाओं के अलावा अब लोग होम्योपैथिक दवाओं पर भी भरोसा करने लगे हैं। होम्योपैथिक डॉक्टर किसी भी बीमारी को ठीक करने के लिए जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करते हैं।
भारत समेत दुनिया भर में अब होम्योपैथिक डॉक्टरों की मांग बहुत ज्यादा बढ़ रही है। छात्रों में भी होम्योपैथिक डॉक्टर बनने का शौक बढ़ा है।
क्या आप होम्योपैथी डॉक्टर बनना चाहते हैं? अगर हां, तो आपको जानना जरूरी है कि इसके लिए कौनसा कोर्स करना होता है।
होम्योपैथी डॉक्टर बनना एक चुनौतीपूर्ण लेकिन एक अच्छा करियर ऑप्शन है। इस आर्टिकल में मैं आपको बताउंगा कि होम्योपैथी डॉक्टर बनने के लिए क्या-क्या स्टेप्स फॉलो करने होते हैं।
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होम्योपैथिक डॉक्टर कोर्स |
Table of Contents (toc)
Homeopathy Doctor Kaise Bane
होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के बारे में जानने से पहले हमें Homeopathy डॉक्टर क्या होता है इसके बारे में जानना जरुरी है
होम्योपैथिक डॉक्टर क्या होता है ?
होम्योपैथिक डॉक्टर वो डॉक्टर होता है जो बीमारियों का इलाज होम्योपैथी की दवाओं से करता है होम्योपैथी में जड़ी-बूटियों की दवाओं का इस्तेमाल होता है।
ये दवाएँ बहुत ही कम मात्रा में दी जाती हैं लेकिन उनका असर बड़ा होता है।
होम्योपैथिक डॉक्टर रोगी की समस्या और लक्षणों को सुनकर उसे सही दवा देता है। कई बार ये दवाएँ रोग के लक्षणों से मिलती-जुलती होती हैं लेकिन इनसे रोगी की तबीयत में सुधार होता है
इस तरह होम्योपैथिक डॉक्टर प्राकृतिक तरीके से रोगों का इलाज करता है।
होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए योग्यता
आपको बायोलॉजी स्ट्रीम से न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ12वीं कक्षा पास होना जरूरी है।
फिर BHMS (Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery) कोर्स करना होता है। ये 5 साल का कोर्स होता है।
BHMS कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है। इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, जैव विज्ञान और अंग्रेजी के सवाल होते हैं।
BHMS कोर्स पूरा करने के बाद डॉक्टरी की डिग्री मिलती है।
इसके बाद अस्पताल में इंटर्नशिप करके होम्योपैथिक डॉक्टर के रूप में काम किया जा सकता है।
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से लाइसेंस भी लेना पड़ता है।
Bhms Course की Fees कितनी होती है ?
भीएचएमएस यानी बैचलर ऑफ होमियोपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी कोर्स की फीस अलग-अलग कॉलेजों में अलग – अलग होती है।
सरकारी कॉलेजों में ये फीस कम होती है, जैसे करीब 30000 हज़ार रुपये प्रति वर्ष।
जबकि प्राइवेट कॉलेजों में ये फीस ज्यादा होती है, 1 से 2 लाख रुपये प्रति वर्ष।
अलग-अलग कॉलेजों में इस 5 साल के कोर्स की कुल फीस 5 से 8 लाख रुपये के बीच होती है
इसलिए फीस को लेकर सबसे पहले कॉलेज की रेटिंग और सरकारी या प्राइवेट कॉलेज होने पर ध्यान देना चाहिए।
होम्योपैथी में कौन-कौन से कोर्स होते हैं ?
ये होम्योपैथी के कुछ महत्वपूर्ण स्पेशलाइजेशन हैं:
- BHMS – ये 5 साल का बैचलर डिग्री कोर्स है। इससे होम्योपैथी डॉक्टर बन सकते हैं।
- होम्योपैथिक फार्मेसी – दवाओं की तैयारी और उनके इस्तेमाल पर स्पेशलाइजेशन
- स्किन स्पेशलिस्ट – त्वचा रोगों पर विशेषज्ञता
- पेडियाट्रिक्स – बच्चों की बीमारियों पर
- साइकाइट्रिक – मानसिक बीमारियों पर
- मटेरिया मेडिका – गर्भावस्था और प्रसव विज्ञान पर
- होम्योपैथिक फिलासफी – इस चिकित्सा पद्धति के सिद्धांतों पर
- इसके अलावा DDHMS, DHMS, PGDHMS जैसे डिप्लोमा कोर्स भी हैं। MD होम्योपैथी कोर्स सबसे बड़ा है।
ये मुख्य कोर्स हैं होम्योपैथी में। स्पेशलाइजेशन के लिए भी कई कोर्स हैं।
होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए कौनसे डिप्लोमा कोर्स कर सकते है ?
- डिप्लोमा इन होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी
- मास्टर ऑफ डॉक्टर इन होम्योपैथी कोर्स
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी
- डिप्लोमा इन इलेक्ट्रो-होम्योपैथी
होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए कॉलेज में एडमिशन कैसे ले ?
सबसे पहले आपको साइंस स्ट्रीम से 12वीं की पास करनी होगी फिर आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होगा जो होता है AIHAM या BUMS या BHMS।
इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, जैविकी और आंग्लेजी के सवाल पूछे जाते हैं।
अगर आप इसमें क्वालीफाई हो जाते हैं तो आपको काउंसलिंग राउंड में भाग लेना होता है। यहां आपकी 12वीं के मार्क्स के आधार पर आपको कॉलेज मिलता है।
इसके बाद 5 साल का BHMS कोर्स होता है जिसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों पढ़ाई करनी पड़ती है। इसके बाद आप होम्योपैथिक डॉक्टर बन जाते हैं।
होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के क्या फायदे हैं?
- इसमें आपको जॉब में अच्छी सैलरी मिलती
- होम्योपैथिक फिज़िशियन किसी आयुष सेंटर और होम्योपैथिक अस्पताल में जॉब कर सकते हैं।
- आप विदेश में आसानी से जॉब पा सकते है
- आप अपना खुद का क्लीनिक खोल सकते है
- इस पेशे में डॉक्टर-रोगी का संबंध अच्छा रहता है और रोगी को विश्वास होता है जिससे आपको समाज में बहुत सम्मान मिलेगा
- रोगियों को दवाइयों की बजाए ज्यादा उनकी जीवनशैली पर ध्यान देना पड़ता है
- होम्योपैथी में दवाइयाँ बहुत कम मात्रा में दी जाती हैं जिससे दवा के साइड इफेक्ट कम होते हैं
- होम्योपैथी में भी पीएचडी करने के बाद आप किसी बड़े कॉलेज में प्रोफेसर भी बन सकते हो। पीएचडी तो सबसे बड़ी डिग्री होती है उसके बाद तो कोई भी कॉलेज आपको प्रोफेसर के तौर पर रखना पसंद करेगा। इससे आपको अच्छी सैलरी भी मिलेगी और स्टेटस भी रहेगा।
होम्योपैथिक डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है ?
होम्योपैथी में प्राकृतिक चिकित्सा के जरिए इलाज किया जाता है। इसमें दवाओं की बहुत कम मात्रा दी जाती है जो शरीर के अंदर खुद ही इलाज करने लगती है।
भारत में बीएचएमएस के होम्योपैथिक डॉक्टर का वेतन औसत रूप से 0.3 लाख से 12 लाख रुपये तक होता है। यह उनके अनुभव और जगह पर निर्भर करता है।
छोटे शहरों में तो 0.3 से 1 लाख तक कमा सकते हैं लेकिन बड़े अस्पतालों या मेट्रो शहरों में 5 से 12 लाख तक कमाई हो सकती है।
इस तरह होम्योपैथी में भी अच्छी कमाई की संभावना होती है।
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होम्योपैथिक डॉक्टर कोर्स के लिए भारत के टॉप कॉलेज
होम्योपैथी में डॉक्टर बनने के लिए भारत के कुछ बेहतरीन कॉलेज हैं:
- दिल्ली होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली – ये देश का सबसे बड़ा होम्योपैथी कॉलेज है।
- बंगलौर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, बंगलौर – यहाँ से पढ़ने वाले डॉक्टर सबसे ज्यादा डिमांड में होते हैं।
- कोलकाता होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, कोलकाता – पश्चिम बंगाल में ये सबसे बड़ा कॉलेज है।
- पुणे होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, पुणे – महाराष्ट्र में इसकी बहुत मान्यता है।
- गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- भारती विद्यापीठ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, पुणे
- कानपुर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कानपुर
- जीडी मेमोरियल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, पटना
- नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ होम्योपैथी, साल्टलेक, कोलकाता
- नेहरू होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (डीयू), नयी दिल्ली.
- बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस, फरीदकोट
- नेशनल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, लखनऊ